म्हज्या देशाक आनी म्हज्या लोकांक, म्हजी भक्तीची प्रतिज्ञा करतां. कल्पना सोरेन: सियासत में न होकर भी कैसे चर्चा के केंद्र में, आगे क्या होंगी चुनौतियां? विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. इसकी समृद्ध एवम् विविध संस्कृति पर हमें गर्व है। https://www.samridhbharat.in/